संपादकीय

असमानता को बढाती मँहगी शिक्षा

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शिक्षा केवल बायोलोजीकल प्राणी को सामाजिक प्राणी बनाने, संस्कारित करने व नैतिक रूप से परिपूर्ण बनाने का साधन ही नहीं है वरन आज शिक्षा आर्थिक उन्नति, आय स्रजित करने, महिला, निर्धन व वंचित वर्ग के सशक्तीकर्ण का अमोघ अस्त्र है| भारतीय वैदिक……
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